• राहुल यादव व पवन यादव की दमनकारी गिरफ़्तारी

• जिलाधीश बड़वानी की अवैध रेत खनन के पक्ष में साजिश
• अनुसूचित जाति / जनजाति अत्याचार विरोधी कानून  के तहत झूठे प्रकरण दाखिल

बड़वानी, मध्य प्रदेश । 8 जनवरी: नर्मदा  में निरंतर हो रहे अवैध रेत खनन के खिलाफ नर्मदा बचाओ आन्दोलन (एन.बी .ए) सदैव सक्रिय रहा है तथा एन.बी .ए ने कई बार प्रशासन को इसके खिलाफ अवगत कराया है | नर्मदा के तलहटी तथा कछार  में उत्खनन पर उच्च न्यायालय  ने 6.5.2015 से रोक लगायी है तथा राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एन.जी.टी) से कई आदेश पारित हुए है | कई सारे ट्रैक्टर्स अटकाना व जब्त करना व मालिक एवं वाहन चालको को दण्डित करना यह कार्य एन.बी .ए तथा प्रशासन दोनों से जारी है | फिर भी अवैध रेत खनन पूर्ण रूप से नही रुका है इसीलिए कानूनी व मैदानी लड़त जारी है |
दिनांक 6.1.17 को जब राहुल यादव , पवन यादव , रोहित ठाकुर एवं एन.बी .ए के अन्य कार्यकर्ताओ ने अवैध रेत खनन के रेत से भरे ट्रेक्टर को देखा तो उन्होने उसे रोका एवं उससे जवाब माँगा | ट्रेक्टर चालक ने इस परिस्तिथी में जबरदस्ती ट्रेक्टर को भगाना चाहा एवं कार्यकर्ताओ पे ट्रेक्टर चढ़ाने का प्रयत्न किया | एन.बी .ए के कार्यकर्ताओ ने इसके विरुद्ध कानूनी कदम उठाते हुए एफ.आई.आर दर्ज करायी |
दिनांक 8.1.17 को कलेक्टर की गाड़ी नमामि नर्मदे के प्रचार के लिए निकल रही थी तथा उनके साथ पुनर्वास में भ्रष्टाचार्य के लिए आरोपित दलाल भी शामिल थे |  तब एन.बी .ए के कार्यकर्ताओ ने शहीद स्तम्भ के पास कलेक्टर की गाड़ी रोककर उनसे सवाल किया की प्रशासन क्यों अवैध रेत खनन के खिलाफ कोई सख्त कार्यवाही नहीं कर रही है ? क्यों बार बार जब एन.बी .ए अवैध ट्रेक्टरों को पकड़ वाती है तो उनके खिलाफ बिना कुछ कार्यवाही किये छोड़ दिया जाता है ? इसी के साथ कार्यकर्ताओ ने ये जवाब माँगा की क्यों नमामि नर्मदा यात्रा में इस अवैध उत्खनन की बड़ी समस्या के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री एवं अन्य लोग कुछ नहीं बोल रहे है | जब अधिकारी इन सवालों का उत्तर न दे पाये तब उन्होंने एक साजिश के तहत जिस ट्रेक्टर के मालिक एवं चालक के खिलाफ एन.बी .ए ने एफ.आई.आर की थी उन्हें बुलवा कर ,चूँकि चालक एवं मालिक आदिवासी है , उनकी तरफ से आई.पी.सी धाराएँ  294,323,506,341,34 तथा अनुसूचित जाति / जनजाति अत्याचार विरोधी कानून के तहत  एन.बी .ए के कार्यकर्ता राहुल यादव एवं पवन यादव को निशाना बनाते हुए उनके खिलाफ  एफ.आई.आर दर्ज की तथा पुलिस ने अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया है |
प्रशासन एवं भू-माफियाओं की ये मिली भगत व साजिश है जिसके तहत वो लोग जो अवैध उत्खनन के खिलाफ आवाज उठा रहे है उन्हें दबाया जा रहा है | प्रशासन एक तो इन् भू- माफियाओं के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रहे है ऊपर से इनके साथ मिलके एन.बी .ए की आवाज को दबाने में पुरजोर ताकत लगा रहे है |
नमामि नर्मदे एवं नर्मदा सेवा यात्रा की इस घटना के द्वारा पोल खोल हो रही है|
वैसे भी यह यात्रा पुलिस बल के साथ मुख्यतः साधू संत चला रहे है जो सत्ता धारी पार्टी के आदेश पर ही चल रहे है और मुख्यमंत्री बीच बीच में हेलीकाप्टर से आकर भासड़ देकर रवाना होते है | कुछ जगह थोडा सा पैदल व वाहन से चलने पर प्रचार प्रसार तो बहुत होता है लेकिन इस यात्रा से कोई भी सवाल व स्थानीय लोगो की समस्या छुडवाने का कोई प्रयास नही हो रहा है | इस पर सवाल उठाना आन्दोलनकारी अपना कर्त्तव्य मानते है |

आप जरूर इस बात को आगे बढाए एवं निम्न मांग करे-
1. आंदोलनकारियो को तत्काल रिहा करा जाए तथा झूटी याचिकाएं वापस ली जाएँ |
2. नर्मदा किनारे एवं कछार का अवैध रेत खनन पूर्ण रूप से तत्काल रोका जाएँ |
3. नमामि नर्मदे एवं नर्मदा सेवा यात्रा स्थानिक सवालो को उठाये एवं लोगो की सहमति हो वही चले पुलिस बल पर नहीं |

सौरव राजपूत              अब्बाद कमल          भागीरत धनगर                 मुकेश भगोरिया

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