प्रेस विज्ञप्ति
दिनांक 1 सितंबर 2019
नर्मदा चुनौती सत्यांग्रह
सुश्री मेधा पाटकर के अनिश्चितकालीन अनशन 8वां और शेष अनशनकारियों का 4था दिन
पुनर्वास की प्रक्रिया पूरी होने तक अन्याचय, अत्यााचार और गैरकानूनी डूब रोकें
समयबद्ध तरीके से सबका पुनर्वास से पूरा करें घाटी में नर्मदा जागरण मोटर सायकल रैली/सभाऍं
कल घाटी में “चूल्हाप बंद”! और देशभर में समर्थकों का सांकेतिक उपवास
गृहमंत्री के बयान का स्वाागत
छोटा बड़दा (बड़वानी) | नर्मदा चुनौती सत्यारग्रह के तहत सुश्री मेधा पाटकर के अनिश्चितकालीन अनशन के 8वें दिन तथा उनके 8 साथियों के अनिश्चितकालीन अनशन के 4थे दिन अनशनकारियों का स्वा स्य्ं लगातार गिरता जा रहा है। लेकिन, नर्मदा घाटी और देशभर से मिल रहे समर्थन से उनकी आत्मिक और नैतिक ताकत बढ़ती जा रही है।
32 हजार परिवारों का पुनर्वास किए बिना जलस्तकर 134.500 मीटर तक बढ़ाने पर आई डूब से गांवों आंतरिक के रास्ते कट गए हैं। नए नए गांवों में घरों-खेतों में पानी भरना जारी है। लेकिन, दूसरी ओर प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा बांध के बढ़ते जलस्त र का गुणगान किया जा रहा है जो अत्यंढ़त असंवेदशील और असभ्य् व्यजवहार है। इससे नर्मदा घाटी ही नहीं देश भर के लोकतंत्र में आस्थाा रखने वाले संवेदनशील नागरिक गुस्सा है।
एनवीडीए आयुक्तश द्वारा आंदोलन के 33 मुद्दों का लिखित जवाब आया है जिस पर आंदोलन अपनी प्रतिक्रिया व्यतक्तो करेगा। आंदोलन की मांग है कि सुप्रीम कोर्ट के 8 फरवरी 2017 के आदेश तथा जीआरए के आदेशों के मुताबिक नुकसान भरपाई, पुनर्वास की स्थिति तथा अनन्यस मुददों का निपटारा करने के लिए प्रशासन और आंदोलन के बीच तालमेल के साथ समयबद्ध कार्यक्रम तय हो। हालांकि जिला कलेक्टनर और अधिकारी आंदोलनकारियों से आकर बात तो लगातार कर रहे हैं लेकिन शिकायत निवारण पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
इस दरमियान देश और दुनियाभर के 22 देशों से आंदोलन के समर्थन खबरें मिली है। देश के सैकड़ों शहरों में ज्ञापन दिए गए और विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। सत्यादग्रह स्थरल पर भी देशभर के साथियों का तांता लगा हुआ है। मैगसेसे पुरस्का्र से सम्मादनित श्री संदीप पाण्डेय ने सत्याीग्रहियों को संबोधित करते हुए कश्मीुर में हो रहे मानवाधिकर हनन को नर्मदा के अन्यािय से जोड़ा। वरिष्ठ् सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार चिन्ममय मिश्रा और मुंबई के घर बचाओ घर बनाओं आंदोलन के साथी भी शामिल हुए। पुणे क्षेत्र के मानव कांबले, मारुति भापकर तथाब उनके साथी शामिल हुए। नर्मदा बचाओ आंदोलन के महाराष्ट्र क्षेत्र के आदिवासी प्रतिनिधियों सहित चेतन भाऊ, विजय भाऊ, योगिनी ताई, लतिका ताई शामिल हुए। सोश्यिलिस्टे पार्टी के रामस्वारुप मंत्री, किसान संघर्ष समिति के लीलाधर चौधरी, अखिल भारतीय किसान सभा मध्यसप्रदेश के राम नारायण, एवएसएसटीओबीसी एकता मंच, बड़वानी से सुमेरसिंह बड़ौले तथा बिरसा ग्रुप, जयस संगठन, एनएसओएसवायएफ के साथियों ने सत्या,ग्रह स्थरल पहुँच कर अपना समर्थन व्त्यप्र किया। इनके अलावा एनएपीएम की वरिष्ठं साथी सुनिति ताई तथा सुहास ताई एवं सेंचुरी सत्यापग्रह के साथी पिछले सप्ता ह से ही सत्याठग्रह में शामिल है।
मोटर सायकल रैली और प्रदर्शन
नर्मदा चुनौती सत्यासग्रह के समर्थन में जन जागरण हेतु आज नर्मदा घाटी के गांवों में मोटर सायकल रैली निकाली गई। करीब 200 मोटर सायकलों का कारवां आज सुबह खलघाट से प्रारंभ हुआ जो धरमपुरी, टवलाई, बाकानेर और मनावर में नुक्कसड़ सभा करते हुए सत्यालग्रह स्थहल पहुँचा। रैली में शामिल प्रभावितों ने डूब प्रभावित गांवों और कस्बोंन में जाकर वर्तमान परिस्थिति का आकलन कर हुए डूब प्रभावितों का दुख दर्द साझा किया।
कल नर्मदा घाटी के युवा साथियों ने एनवीडीए के कार्यालय में जाकर शांतिपूर्ण, संयमित किंतु स्पनष्टे रुप से अपनी मांग रखी। प्रभावितों द्वारा भारत के प्रधान न्यारयाधीश को पत्र लिखकर बिना पुनर्वास डूब से उनकी रक्षा की मांग की गई है।
गृहमंत्री के बयान का स्वागत
प्रदेश के गृहमंत्री श्री बाला बच्च*न द्वारा आंदोलन की मांगों के समर्थन दिए गए बयान का स्वाेगत करता है साथ ही मांग करता है कि प्रदेश सरकार जलाशय का स्तोर कम कर 122 मीटर करने तथा क्रमबद्ध सारे प्रभावितों के पुनर्वास की ठोस योजना प्रस्तुलत करें।
भागीरथ धनगर, नरेंद्र यादव, रेहमत मंसूरी, हुकुम जाट, देवीसिंह तोमर, महेंद्र तोमर, सनोबर बी मंसूरी, पेमल बहन, कमला यादव, मेधा पाटकर
संपर्क रोहित सिंह 6263663379, राहुल यादव 9179617513