अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठी मेधा पाटकर ने कहा कि मोदी जी अपना जन्मदिन मनाना चाहते हैं लेकिन किसी के मरण दिन पर जन्मदिन मनाना शोभा नहीं देता.
नर्मदा सत्याग्रह: मेधा पाटकर का 8वें दिन भी अनशन जारी, CM के आग्रह को ठुकराया
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बड़वानी (Barwani) जिले में पिछले 7 दिनों से अनशन (Fast) पर बैठी मेधा पाटकर (Medha Patkar) ने कहा है कि सीएम कमलनाथ (CM Kamal Nath) से उनकी फोन पर बात हुई है. इस दौरान कमलनाथ ने उनसे अनशन तोड़ने का आग्रह करते हुए भोपाल बुलाया है, लेकिन मेधा पाटकर ने सीएम के इस आग्रह (Request) को ठुकरा (Reject) दिया है.
तीन बार पहले भी जा चुकी हैं भोपाल, पर कोई नतीजा नहीं निकला
मेधा पाटकर ने कहा कि वो तीन बार भोपाल जा चुकी हैं. हर बार मुख्यमंत्री, नर्मदा मंत्री सुरेन्द्र सिंह बघेल (Surendra Singh Baghel) और दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) से कई मुद्दों को लेकर चर्चा हुई, पर उसमें से एक भी मुद्दे पर आज तक कोई जवाब नहीं आया. उन्होंने कहा कि राजघाट, जांगरवा और छोटा बड़दा 3 गांव की जांच रिपोर्ट अब तक नहीं आई है. जिन दस्तावेजों और जानकारियों की मांग की गई, वह भी अब तक नहीं दिए गए हैं.
कमलनाथ ने उनसे अनशन तोड़ने का आग्रह करते हुए भोपाल बुलाया है, लेकिन मेधा ने सीएम के इस आग्रह को ठुकरा दिया.
मेधा पाटकर की मानें तो नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण (एनसीए) (Narmada Control Authority) के निर्णयों के विपरीत नर्मदा का जल स्तर लगातार बढ़ाया जा रहा है. मेधा ने कहा कि मोदी जी इसी के साथ जन्मदिन मनाना चाहते हैं लेकिन किसी के मरण दिन पर जन्मदिन मनाना उन्हें शोभा नहीं देता. विकास के नाम पर सरकार का अमानवीय चेहरा सामने आया है और सरदार सरोवर डैम को पर्यटन के नाम पर कश्मीर की झील की तरह माना जा रहा है. ऐसे में सबका ध्यान बस इसी पर है कि कैसे यहां से कमाई हो सके.
मालूम हो कि मेधा पाटकर बड़वानी जिले के छोटा बड़दा गांव में सरदार सरोवर बांध के प्रभावितों के विस्थापितों की मांगों को लेकर नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं के साथ अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं.